स्वस्थ रहें सुरक्षित रहें अपने हाथों अपना जीवन नष्ट न करें। स्वस्थ रहें सुरक्षित रहें अपने हाथों अपना जीवन नष्ट न करें।
राजाजी के जय-जयकार से बज उठे महल और द्वार। राजाजी के जय-जयकार से बज उठे महल और द्वार।
लील गया हंसी-खुशी, बुढ़ापा, बचपन और जवानी सब। लील गया हंसी-खुशी, बुढ़ापा, बचपन और जवानी सब।
खुद, इन्सान से बेजान चीज़ बन जाने का, ये कैसा पागलपन ? खुद, इन्सान से बेजान चीज़ बन जाने का, ये कैसा पागलपन ?
उनको, हों गईं अत्यंत खुश, बच्चे बोले मैडम, हमने किया है, आपको बहुत मिस। उनको, हों गईं अत्यंत खुश, बच्चे बोले मैडम, हमने किया है, आपको बहुत मिस।
हर घर की एक सीमा है अपनी सीमा में हम को रहना है। हर घर की एक सीमा है अपनी सीमा में हम को रहना है।